SSE(P-Way) कोटशीला ने महिलाकर्मी के घर दबंगों को भेजा-शिकायत-जानिए।
घटना दक्षिण-पूर्व रेलवे के आद्रा मंडल के कोटशीला SSE(P-Way) श्री संजय कुमार का दबंग चेहरा बेनकाब होने लगा।
श्री संजय कुमार ,उनके एक महिला कर्मचारी एवं कोटशीला परिचालन विभाग से संबधित एक समाचार हमने प्रकाशित किया था। पुरा मामला समझने के लिए इससे संबधित समाचार को पढ़ें।
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इस घटना से संबधित समाचार के बाद अन्य अखबार का एक और संवाददाता ने इस घटना से संबधित समा श्री संजय कुमार SSE(P-Way) कोटशीला से बात की। इसके बाद एक अन्य PWI रांची श्री मनोज कुमार ने उस संवाददाता को फोन किया और असभ्य भाषा का प्रयोग किया। श्री मनोज कुमार पीडब्ल्यूआई रांची मंडल के बातचीत भाषा स्तर से लगता है इनकी मानसिक स्थिति सही नहीं है तथा विभाग को श्री मनोज कुमार के मानसिक स्थिति की जांच करानी चाहिए।
मामला श्री संजय कुमार से संबधित था और उस समय तक कोई समाचार भी नहीं निकला था। श्री संजय कुमार ही पत्रकार का मोबाईल नम्बर श्री मनोज कुमार को देकर धमकी दिलवाये।
इतनी धमकी तो आये दिन पत्रकारों को मिलती ही रहती है। यहां तक सारा मामला संतुलित था।
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इसी बीच आज एक सूत्र द्वारा जानकारी मिली है कि श्री संजय कुमार SSE(P-Way) कोटशीला ने छुट्टी पर अपने गांव बाढ़/पटना में रह रही महिला के घर पर कल दिनांक -23/7/2020 को तीन दबंगों को भेजकर बलपूर्वक भय पैदा कर सादे कागज पर हस्ताक्षर कराने का दवाब बनाने लगे। जहां आसपास के लोग भी जूट गये। तब दबंगों ने महिला के कार्यस्थल पर श्री संजय कुमार द्वारा फैलाये गये झूठे आधारहीन,बिना किसी सबूत के चरित्रहनन करने वाले अफवाहें को महिला के गांव के लोगों को भी सुनाकर महिला को बदनाम करने की कोशिश करने लगे। उसी समय दबंगों ने अपने मोबाईल से महिला को श्री संजय कुमार SSE(P-Way) कोटशीला से बात भी करवायी।जब सारे लोगों ने दबंगो को बिरोध किया कि कार्यालय की बात आप गांव में कैसे ले आये और महिला के बारे में क्या सबूत है तो माहौल खराब होता देख वे लोग चले गयें।
इसके बाद डरी सहमी पीड़ित महिला को सभी अड़ोस-पड़ोस के लोगों ने अपने विभागी उच्चाधिकारियों को शिकायत करने की सलाह और हिम्मत दी।
जिस पत्रकार को श्री मनोज कुमार पीडब्ल्यूआई रांची ने श्री संजय कुमार SSE(P-way) के द्वारा धमकी दी,झगड़ा किया ,अभद्र भाषा का प्रयोग किया।उस घटना के बिरूद्ध श्री संजय कुमार के दुष्प्रेरण रूप को मंडल स्तर के अधिकारी को उस पत्रकार ने जानकारी दी। उसी बातचीत में खुलासा हुआ कि महिला द्वारा लिखे गये स्थानान्तरण को मंजूर कर स्थानान्तरण कोटशीला से बोकारो कर दिया गया है। यहां उस अधिकारी ने कुछ दावे किये तथा श्री संजय कुमार के पक्ष पैरवी करते रहे।जबकि उस अधिकारी के दावे और मेरे साथ बातचीत में श्री संजय कुमार के खुलासे में विरोधाभास है। यही विरोधाभास उस अधिकारी की निरपेक्षता पर सवाल खड़े करता है।
श्री संजय कुमार SSE(P-Way) कोटशीला के द्वारा दबंगों को महिला के घर भेजना,पत्रकार को गाली गलौज करवाना इनकी आपराधिक तत्वों से सांठगांठ और मानसिकता को दर्शाता है।
श्री संजय कुमार का यह कृत्य महिला के समस्त आरोपों को साबित करता है जो हमें महिला के रिश्तेदार सूत्र द्वारा मिली कि महिला के विरूद्ध सारे अफवाह,चरित्रहनन,साजिश,बदनाम करना सब कुछ श्री संजय कुमार के ईशारे पर हुआ। श्री संजय कुमार नेपथ्य में रहकर सारे गलत काम दूसरों से करवाते हैं खुद पाक साफ और निर्दोष दिखाने का प्रयास करते हैं। ये दुष्प्रेरणकर्ता हैं।
महिला को चाहिए कि पुलिस में श्री संजय कुमार द्वारा दबंगों को घर भेजने की जानकारी देनी चाहिए,जिससे भविष्य में महिला के साथ किसी प्रकार की कोई भी दुर्घटना हो या हादसा तो उस हादसे को सामान्य न लेकर श्री संजय कुमार की आपराधिक साजिश की भूमिका के दृष्टिकोण से जांच हो सके एवं उस समय महिला द्वारा इस घटना की पुलिस को दी गई जानकारी सबूत के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही पुरे मामले की सूचना महिला को अपने उच्च अधिकारियों को भी देनी चाहिए।
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