RPF/ECR में ट्वीटर पर शिकायत का अनोखा जवाब-जानिए।
पूर्व मध्य रेलवे में कुछ आरपीएफ कर्मियों का मंडल स्थानान्तरण हुआ। जिसमें अधिकांश कोडरमा आरपीएफ पोस्ट के जवान और अधिकारियों को विभाग काफी दिन से धनबाद में संबद्धता में रखे थे।
इसके अलावे भी कई अधिकारियों का स्थानांतरण हुआ जिसमें एक गोमों पोस्ट के निरीक्षक श्री आर.आर.सहाय भी हैं। सबसे ज्यादा विवाद श्री आर.आर.सहाय के स्थानान्तरण पर है।
श्री आर.आर.सहाय की पोस्टिंग सीआईबी मुख्यालय ईकाई में हुयी है। वे पहले सीआईबी ईकाई के लिए हुए दक्षता परीक्षा में भाग लिए थे।
स्थानान्तरण लिस्ट देखें।
सीआईबी में पोष्टिंग के लिए हुयी दक्षता परीक्षा में कई निरीक्षक भाग लिए थे। परन्तु तैनाती हुयी सिर्फ निरीक्षक आर.आर.सहाय की हुई।
चर्चा इस बात की है कि दक्षता परीक्षा में पास और फेल का रिजल्ट/परीक्षाफल क्यों नहीं प्रकाशित किया गया? क्यों नहीं अभी भी रिजल्ट निकाला जा रहा? इसी बात पर चर्चा है संदेह के घेरे में उच्चाधिकारियों के कृत्य को रखा जा रहा कि सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए रिजल्ट को रोक कर रखा गया।
आज की तारीख में पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न मंडलों के अधिकांश सीआईबी ईकाईयां प्रभारीविहीन और संख्याबल विहीन है।
ये उलझे सोच वाले बुढ़े और थके हुए DG आरपीएफ की भ्रमित रणनीति है। सब को उलझा कर रखो,अधर में लटका कर रखो। बिना उद्देश्य या लक्ष्य के कार्यो में उलझाये रखो। सब समझते हैं DG साहब आज के बेरोजगारी के जमाने में सिपाही भी उच्च शिक्षित और आपकी रणनीति को समझते हैंं।
DG/RPF के आने के बाद छोटी छोटी बातों का ढ़िढ़ोरा तो खुब पीटा जाता पर असलियत में सब खोखला होता है। कहां गया ऑपरेशन थ्रस्ट, उसी तरह आरक्षित ई टिकट की के अवैध व्यापार के लिए ये आतंकी कनेक्सन, वो कनेक्सन, दुबई में सरगना है,वगैरह वगैरह,पर असलियत में क्या हुआ? PRABAL साफ्टवेयर का खुब ढ़िढ़ोरा पीटा गया, शुरूआत में काम भी अच्छे हुए। पर शायद आपको जानकारी नहीं कि अब उसे प्रायः निष्प्रभावी बना दिया गया है।मैं बहुत जल्द उसका भंडाफोर करूंगा।
श्री आर.आर.सहाय की पोस्टिंग पत्र में आप गौर करेंगे तो पायेंगे कि पोस्टिंग वाले कॉलम में लिखा है CIB (D or I) HQ/Hajipur
या तो D यानि डिडेक्टिव या इनवेस्टिगेशन विंग में होना चाहिए। यानि जैसा भ्रमित DG वैसा ही भ्रमित PCSC/ECR । अभी भी अनिर्णय की स्थिति।
इसी सीआईबी वाले पोस्टिंग पर पत्रकार श्री असीम कुमार सामन्तों ने ट्वीट किया, जिसमें कुछ आरोप लगाये गये।
(डेलीभंडाफोर इस ट्वीट में लगाये गये किसी आरोप प्रत्यारोप से सहमति नहीं रखता।)
ट्वीट की स्क्रीन शाट देखें।
इस आरोप के बाद रेलवे ने संज्ञान लिया और जो जवाब रेलवे के तरफ से दिया गया ।उसे भी पढ़िये।
इस जवाब में लिखा गया है कि श्री असीम कुमार सामंतो के उपर श्री आर.आर.सहाय ने मामला दर्ज किया था,जिसके कारण बदले की भावना से दुर्भावनावश ट्वीट किये हैं।
ये जवाब अनोखा इसलिए है कि श्री असीम कुमार सामन्तों ने ट्वीट कर श्री आर.आर.सहाय के विरुद्ध अवैध फेरीवालों को लेकर शिकायत की थी जिसके कारण बदले की भावना से श्री आर.आर.सहाय ने मामला दर्ज किया।
उस मामले से संबधित समाचार पढ़े।
ट्वीटर शिकायत पर शिकायतकर्ता पर रेलवे एक्ट में RPF गोमोह द्वारा मुकदमा दर्ज-जानिए
अब श्री आर.आर.सहाय ने उसी कांड/मुकदमा को आधार बनाया है। यानि चित्त भी मेरी पट भी मेरी। यानि ट्वीट करे तो न्यूसेंस और ड्यूटी में बाधा का फर्जी केश। फिर ट्वीट करे तो जवाब दो केश किया हूं इसीलिए बदले की भावना से ट्वीट कर रहा।
डेली भंडाफोर का मिशन-अच्छा कार्य करेंगे, हम गुणगान करेंगे,भ्रष्टाचार करेंगे, हम बेनकाब करेंगे।