मामला दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल के बंडामुंडा आरपीएफ पोस्ट का है। सूत्र की सूचनानुसार अंफान तुफान के कारण बंडामुंडा रेलवे कालोनी की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो जाने के कारण आरपीएफ कर्मी की पत्नी और अन्य बार बार रेलवे के बिजली विभाग को शिकायत करने से थक कर दिनांक 29.5.2020 को ARM से मिलने जा रही थी।
रास्ते में एक व्यक्ति मिला उससे उन महिलाओं ने ARM बंडामुंडा का आवास पूछा। इसके बाद उस व्यक्ति ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया ,उसकी बातचीत से एवं हावभाव से लगा वह नशे की हालत में लड़खड़ा रहा था ।उसने उन महिलाओं से छेड़खानी की। महिलाएं डर कर शर्म से भाग आयी।
इसी बीच पता भी लगाती रही कौन था वह? Sr.DEE को जब नशा टूटा दूसरे दिन तो यह सूचना पाकर कि महिलाएं आरपीएफ कर्मी की पत्नी थी साजिश शुरू हुआ और बचाव में पीड़िता के पति RPF समेत अन्य जवानों पर ही FIR करा दिया।
Sr.DEE/TRS/Rou द्वारा कराया गया FIR
इसी बीच महिलाओं को भी छेड़खानी वाले व्यक्ति के बारे में पता चल गया कि Sr.DEE/TRS श्री प्रवीण मीणा था,तो पीडि़त महिला ने भी हिम्मत दिखाते हुए FIR करा दिया।
RPF जवान की पत्नी द्वारा कराया गया FIR
इसी प्रकरण में सारे राजपत्रित अधिकारी एक हो गये, जिसमें DSC/RPF/CKP भी थे। इसी बीच RPF/DSC ने Sr.DEE श्री मीणा का साथ देते हुए पद और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए जवान को निलंबित ही नहीं किया,बल्कि जवान को गिरफ्तार भी करवाया। परन्तु दूसरी तरफ महिला के एफआईआर पर कारवाई में सुस्ती करवा रहें हैं।
इससे पहले भी आरपीएफ के DIG विजय खतरकर पर भी छेड़खानी का आरोप लगा,एफआईआर हुआ। पर क्या हुआ?
इस कांड से पुरे आरपीएफ जवान आक्रोशित हैं एवं डीएससी की पक्षपात पूर्ण भूमिका की घोर निंदा कर रहे हैं।
बड़ा सवाल
Sr.DEE/TRS/ROU द्वारा जो FIR दी गई है वह 30/5/2020 को जबकि घटना 29/5/2020 को घटित हुआ। देर से शिकायत क्यों दी गई? देर से FIR ही सोच विचार कर बचाव में देने का संदेह उत्पन्न करता है।
Sr.DEE को मारपीट अगर हुआ तो अबिलंब पुलिस स्टेशन जाना चाहिए था, क्या इतनज बड़े अधिकारी को इतनी सामान्य जानकारी नहीं?
Sr.DEE पावर बैंक लाने के अपने बंगले प्यून के साथ गये थे जैसे दो चार क्वींटल वजनी सामान हो। पावर बैंक तो उनका नौकर ही ला सकता था।
Sr.DEE को पुलिस में रिपोर्ट करा कर,अगर मारपीट हुयी तो अबिलंब पुलिस के द्वारा मेडिकल करवाना था।
अगर पुलिस के अलावे कहीं से मेडिकल रिपोर्ट बनाये हैं खासतौर से रेलवे के किसी डाक्टर से तो संदेह उत्पन्न होगा।
इस पुरे प्रकरण में अनुशासन के नाम पर जवानों के साथ अन्याय होने की चर्चा जवान कर रहे हैं।
DG/RPF को संज्ञान लेना चाहिए। RPF एसोशिएसन की कमी की चर्चा जवान कर रहे हैं एवं गोपनीय तरीके से पुनर्जीवित करने की चर्चा कर रहे हैं।
हमने DSC/RPF/CKP को समाचार का ड्राफ्ट भेजकर तथ्य की भूल बताने को कहा,जिससे सुधार किया जा सके और पक्ष भी जानना चाहा,अगर तथ्य की भूल रहती तो बताते।पर उनके पास कहने को कुछ भी नहीं था। कड़वा सच जानकर ब्लोक कर दिये।
Sr.DEE/TRS को भी समाचार का ड्राफ्ट भेजकर तथ्य की भूल बताने को कहा और पक्ष भी जानना चाहा,परन्तु नहीं दिये।
डेली भंडाफोर का मिशन – “अच्छा कार्य करेंगे, हम गुणगान करेंगे,भ्रष्टाचार करेंगे, हम बेनकाब करेंगे।”