RPF में अधिकारियों से लेकर जवानों तक के लिए स्थानान्तरण हेतु एक दिशानिर्देश जारी हुआ, जिसे Directive-32 नाम दिया गया,जिसे वर्तमान में RPF Establishment Manual में भी समाहित कर दिया गया है । इस दिशानिर्देश में दर्जनों बार संशोधन के बाद भी जवानों की पीड़ा समाप्त नहीं हुई ।

इस वर्ष का मार्च माह समाप्त हो चुका है और अप्रैल माह शुरू हो रहा है । यह एक ऐसा समय है जब लगभग प्रत्येक कर्मचारी, अधिकारी या जवान अपनी नई पोस्टिंग की जगह या उसके आस-पास अपने बच्चे के भविष्य को देखते हुए स्कूल या कालेज में उसका एडमीशन करवाता है । बच्चे की पढ़ाई अच्छे से चल रही हो और परिवार शांतिपूर्वक निवास कर रहा हो तो प्रत्येक कर्मचारी, अधिकारी या जवान पूरे मनोबल से एवं मानसिक शांति के साथ अपनी ड्यूटी करता है । यदि उसका परिवार परेशान हो या बच्चे का भविष्य अधर में हो तो फिर वह मानसिक शांति के साथ अपना कर्तव्य निर्वहन नही कर पाता ।

पूरे वर्ष में सिर्फ मार्च माह में स्थानांतरण करने की सबसे प्रमुख वजह स्कूल कालेज में एडमीशन ही है और इसी को आधार बनाकर स्थानांतरण संबंधी नियम बनाये गए हैं । कई जवानों के स्थानांतरण संबंधी आवेदन विगत 1-2 वर्षों से लंबित पड़े हुए थे जिन पर महानिदेशक रेसुब (DG RPF) ने तत्परता दिखाते हुए एवं पूरा ध्यान देते हुए जल्द से जल्द उस पर कार्यवाही की और उनका स्थानांतरण भी कर दिया गया जिससे उन सभी में खुशी की लहर है । परंतु अभी भी कुछ जवानों के आवेदन जिन्होंने कई माह पहले से म्यूचुअल (Mutual) के आधार पर अंतर रेलवे स्थानांतरण (Inter Zonal transfer) हेतु आवेदन कर रखा है, उनके आवेदन रेलवे बोर्ड में लंबित (pending) हैं । अब ये सभी जवान जिन्हें अपने बच्चों के भविष्य की चिंता है वो दुविधा में हैं कि अपनी वर्तमान पदस्थापना (Posting) वाली जगह पर एडमीशन करवाएं या जहाँ उनका स्थानांतरण होना है उस नई जगह पर एडमीशन करवाएं ।

ये सभी कर्मचारी एवं जवान मानसिक रूप से परेशान हैं क्योंकि आगामी सत्र 2022-23 चाहे वह स्कूल का हो या कालेज का हो उनमे एडमीशन की अंतिम तिथि लगभग 15 अप्रैल तक दी गयी है और इसके बाद उनका एडमीशन नही किया जा सकेगा । यदि म्यूच्यूअल स्थानांतरण से संबंधित PENDING पड़े हुए आवेदनों पर विचार करके स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया जाता है तो कम से कम संबंधित जवान अपने गंतव्य स्थल पर बच्चों का एडमीशन करवाकर उनकी पढ़ाई में आने वाली बाधा को रोक सकता हैं । हाल ही में म्यूच्यूअल स्थानांतरण संबंधी एक सूची रेलवे बोर्ड से जारी करके 15 फरवरी 2022 तक विभिन्न रेलवे ज़ोन से जवाब मांगा गया था कि ये सभी म्यूच्यूअल आधार पर स्थानांतरण हेतु पात्र हैं या नही (इस पत्र की प्रति संलग्न है) ।

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इसके अनुपालन में लगभग सभी रेलवे ज़ोन ने जवानों की पात्रता या अपात्रता संबंधी जानकारी रेलवे बोर्ड को भेज दी है परंतु दुर्भाग्य से डेढ़ माह बीतने के पश्चात भी अब तक स्थानांतरण आदेश जारी नही किये गए और अब एडमीशन की अंतिम तिथि आने वाली है । अब जवान इस इंतजार में हैं कि हो सकता है इस समस्या का भी निदान करते हुए DG RPF पात्र जवानों को म्यूच्यूअल आधार पर स्थानांतरित करने संबंधी आदेश जारी करेंगे और वे गंतव्य स्थल पर अपने बच्चों का एडमीशन करवा सकेंगे ।


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हालांकि DG RPF द्वारा Tenure Transfer करने की तिथि भी बढ़ाकर 15 अप्रैल तक कर दी गयी है । जिससे वे जवान जिनका स्थानांतरण इस वर्ष Tenure Transfer के रूप में होना है वो तो आश्वस्त हैं कि 15 अप्रैल के पहले उनका स्थानांतरण हो ही जाएगा परंतु म्यूच्यूअल ट्रांसफर को लेकर पात्र जवानों में अब भी दुविधा की स्थिति बनी हुई है कि उनका क्या होगा ?